पुरुषोत्तम रुईया
रामगढ सेठान, सीकर के मूल निवासी और मुम्बई प्रवासी श्री पुरुषोत्तम रुईया बचपन से ही सामाजिक कार्यकर्ता रहे हैं। व्यवसाय के साथ—साथ आपकी सामाजिक सरोकारों में खास रुचि है। आपने अपने कई ट्रस्टों के माध्यम से रामगढ को नया स्वरूप दिया है।
प्रयास संस्थान, चूरू के आयोजनों हेतु आपने 13,000 रुपये की कुल लागत से 260 रुपये प्रति कुर्सी के हिसाब से cello कंपनी की 50 प्लास्टिक कुर्सियां प्रदान की हैं। वहीं कार्यालय की आंतरिक सज्जा हेतु 11,000 अखरे ग्यारह हजार रुपये प्रदान किए।